व्यापार वृद्धि मंत्र : Vyapar Badhane ka mantra & yantra
ओम श्री ह्रीं क्लीं महालक्ष्मै नम:।
ओम महालक्ष्म्यै विदमहे महाश्रियं च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोद्यात।
ओम या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मी रूपेण संस्थिता।
नमतस्यै नमतस्यै नमर्तस्य नमो नम :।
व्यापार वृद्धि वैदिक मन्त्र-
ॐ धनम्ग्नी धनवायु धनमिन्द्रो धनं वसुः। प्रजानां भवति माता आयुष्मन्तं करोतु मे ।।
आज के युग में धन का बहुत ही ज्यादा महत्व है । जीवन के प्रारंभ से अंत तक प्रत्येक कार्यों में धन की नितांत आवश्यकता होती है । धन के आभाव में हम अपने अनेकों जरुरी कार्यों को पूरा नहीं कर पाते है । निर्धन व्यक्ति के सगे सम्बन्धी भी उसका साथ छोड़ देते है समाज में तमाम प्रयासों के बाद भी उसे उचित मान सम्मान नहीं मिल पाता है लेकिन धनी व्यक्ति का हर आदमी साथ चाहता है उसके परिवार , नाते रिश्तेदार और समाज सभी जगह लोग उसका उदाहरणदेते है उसको सम्मान की प्राप्ति होती है ।
तमाम पारिवारिक , सामाजिक और धार्मिक कार्यों, दान पुण्य आदि के लिए भी धन की आवश्यकता होती है । इस साईट में स्थापित व्यापार वृद्धि यंत्र के नित्य ध्यान , दर्शन करने और मन में सच्ची श्रद्धा रखने से हर व्यक्ति को उसके कार्य क्षेत्र में अवश्य ही सफलता मिलती है । यह यंत्र पूरी तरह से शास्त्रानुसार विधि विधान पूर्वक जप तप के बाद यज्ञ द्वारा सिद्ध किये गए है जिससे हर व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से अभीष्ट लाभ की प्राप्ति हो सके, इस यंत्र के शुभ प्रभाव से हर व्यक्ति के नौकरी ,व्यापार, रोजगार में आने वाली अडचने दूर होती है और वह निरंतर अपने कार्य क्षेत्र में तरक्की करता जाता है ।
How to Use Vyapar Vridhi Yantra: इस यंत्र के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यापार में लाभ होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस यंत्र को शुक्ल पक्ष में रविवार को भोजपत्र पर बनाना चाहिए। इसे अपने हाथों से बनाना संभव ना तो आप बाजार से मिलने वाले यंत्र भी स्थापित कर सकते हैं। व्यापार वृद्धि यंत्र की प्रतिष्ठा व पूजा करने के बाद इसे घर, ऑफिस, दफ्तर या अपनी दुकान के पूजा स्थल पर स्थापित कर दें। इसकी प्रतिदिन पूजा बेहद आवश्यक है।
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